भारतीय संविधान के स्रोत: किस देश से क्या लिया गया? (पूरी सूची) | Sources of Indian Constitution
भारतीय संविधान के प्रमुख स्रोत: किस देश से क्या लिया गया? (पूरी सूची)
परिचय: उधार का थैला या विवेकपूर्ण चयन?
नमस्कार दोस्तों! M S WORLD The WORLD of HOPE में आपका एक बार फिर स्वागत है। भारतीय संविधान दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान है। इसे बनाने में संविधान सभा को 2 वर्ष, 11 महीने और 18 दिन लगे। डॉ. बी. आर. अंबेडकर की अध्यक्षता वाली प्रारूप समिति ने लगभग 60 देशों के संविधानों का अध्ययन किया और उनकी सर्वश्रेष्ठ विशेषताओं को भारत की सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक परिस्थितियों के अनुसार ढालकर हमारे संविधान में शामिल किया।
अक्सर आलोचक भारतीय संविधान को 'उधार का थैला' कहते हैं, लेकिन यह सच नहीं है। यह एक विवेकपूर्ण चयन का परिणाम है, जहाँ दुनिया भर के सफल प्रयोगों से सीखकर एक मजबूत और स्थायी शासन प्रणाली की नींव रखी गई। प्रतियोगी परीक्षाओं में "संविधान के स्रोत" एक बेहद लोकप्रिय विषय है। इस लेख में हम जानेंगे कि हमारे संविधान के कौन-से प्रमुख प्रावधान किस देश से लिए गए हैं और इस पर आधारित एक महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तरी भी हल करेंगे।
इस लेख में आप जानेंगे (Table of Contents):
1. भारतीय संविधान के विदेशी और देशी स्रोतों की सूची (तालिका)
नीचे दी गई तालिका में विस्तार से बताया गया है कि भारतीय संविधान के प्रमुख प्रावधान किन देशों से प्रेरित हैं:
देश/अधिनियम | लिए गए प्रमुख प्रावधान |
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भारत शासन अधिनियम, 1935 | संघीय तंत्र, राज्यपाल का कार्यालय, न्यायपालिका का ढाँचा, लोक सेवा आयोग, आपातकालीन उपबंध और प्रशासनिक विवरण। (यह संविधान का सबसे बड़ा स्रोत है) |
ब्रिटेन (UK) | संसदीय शासन प्रणाली, विधि का शासन, विधायी प्रक्रिया, एकल नागरिकता, मंत्रिमंडल प्रणाली, परमाधिकार लेख (Writs), संसदीय विशेषाधिकार और द्विसदनीय व्यवस्था। |
संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) | मौलिक अधिकार, न्यायपालिका की स्वतंत्रता, न्यायिक समीक्षा (Judicial Review), राष्ट्रपति पर महाभियोग, उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों को पद से हटाना, और उपराष्ट्रपति का पद। |
आयरलैंड | राज्य के नीति निदेशक सिद्धांत (DPSP), राष्ट्रपति की निर्वाचन पद्धति, और राज्यसभा के लिए सदस्यों का नामांकन। |
कनाडा | एक मजबूत केंद्र के साथ संघीय व्यवस्था, अवशिष्ट शक्तियों का केंद्र में निहित होना, केंद्र द्वारा राज्य के राज्यपालों की नियुक्ति, और सर्वोच्च न्यायालय का परामर्शी न्यायनिर्णयन। |
ऑस्ट्रेलिया | समवर्ती सूची, व्यापार-वाणिज्य और समागम की स्वतंत्रता, और संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक। |
जर्मनी (वाइमर संविधान) | आपातकाल के दौरान मौलिक अधिकारों का स्थगन। |
सोवियत संघ (अब रूस) | मौलिक कर्तव्य और प्रस्तावना में न्याय (सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक) का आदर्श। |
फ्रांस | गणतंत्रात्मक ढाँचा और प्रस्तावना में स्वतंत्रता, समता और बंधुता के आदर्श। |
दक्षिण अफ्रीका | संविधान में संशोधन की प्रक्रिया और राज्यसभा के सदस्यों का निर्वाचन। |
जापान | "विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया" (Procedure established by Law) का सिद्धांत। |
2. संविधान के स्रोतों पर महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तरी (MCQ)
1. भारतीय संविधान में 'मौलिक अधिकार' (Fundamental Rights) की अवधारणा किस देश से ली गई है?
उत्तर: (b) संयुक्त राज्य अमेरिका
2. 'राज्य के नीति निदेशक सिद्धांत' (DPSP) किस देश के संविधान से प्रेरित हैं?
उत्तर: (a) आयरलैंड
3. भारत में 'संसदीय शासन प्रणाली' किस देश की देन है?
उत्तर: (c) ब्रिटेन
4. भारतीय संविधान में 'समवर्ती सूची' (Concurrent List) का प्रावधान कहाँ से लिया गया है?
उत्तर: (c) ऑस्ट्रेलिया
5. संविधान संशोधन की प्रक्रिया का स्रोत कौन-सा देश है?
उत्तर: (a) दक्षिण अफ्रीका
6. आपातकाल के दौरान मौलिक अधिकारों के स्थगन का प्रावधान किस देश से लिया गया है?
उत्तर: (b) जर्मनी के वाइमर संविधान से
7. 'मौलिक कर्तव्य' (Fundamental Duties) को किस देश के संविधान से अपनाया गया है?
उत्तर: (c) सोवियत संघ (रूस)
8. 'विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया' (Procedure established by Law) का सिद्धांत कहाँ से लिया गया है?
उत्तर: (a) जापान
9. भारतीय संविधान का सबसे बड़ा एकल स्रोत क्या है?
उत्तर: (c) भारत शासन अधिनियम, 1935
10. 'एकल नागरिकता' (Single Citizenship) का प्रावधान किस देश से लिया गया है?
उत्तर: (c) ब्रिटेन
11. 'न्यायिक समीक्षा' (Judicial Review) की अवधारणा का स्रोत है:
उत्तर: (d) संयुक्त राज्य अमेरिका
12. एक मजबूत केंद्र वाली 'संघीय व्यवस्था' किस देश के मॉडल पर आधारित है?
उत्तर: (b) कनाडा
13. राष्ट्रपति के निर्वाचन की पद्धति किस देश से ली गई है?
उत्तर: (c) आयरलैंड
14. संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक का प्रावधान कहाँ से लिया गया है?
उत्तर: (a) ऑस्ट्रेलिया
15. प्रस्तावना में 'गणतंत्र' और 'स्वतंत्रता, समता, बंधुता' के आदर्श किस देश से प्रेरित हैं?
उत्तर: (d) फ्रांस
16. 'विधि का शासन' (Rule of Law) की अवधारणा मुख्य रूप से किस देश की संवैधानिक प्रणाली का हिस्सा है?
उत्तर: (c) ब्रिटेन
17. अवशिष्ट शक्तियों का केंद्र में निहित होने का विचार कहाँ से लिया गया है?
उत्तर: (a) कनाडा
18. राष्ट्रपति पर महाभियोग की प्रक्रिया किस देश के संविधान से ली गई है?
उत्तर: (d) संयुक्त राज्य अमेरिका
19. राज्यसभा के सदस्यों का नामांकन किस देश की पद्धति पर आधारित है?
उत्तर: (b) आयरलैंड
20. प्रस्तावना में सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय का आदर्श किस देश से लिया गया है?
उत्तर: (c) सोवियत संघ (रूस)
21. राज्यपाल द्वारा विधेयक को राष्ट्रपति के विचार के लिए आरक्षित रखने का प्रावधान कहाँ से लिया गया है?
उत्तर: (a) कनाडा
22. मंत्रिमंडल प्रणाली (Cabinet System) किस देश से प्रेरित है?
उत्तर: (b) ब्रिटेन
23. भारत की संघात्मक व्यवस्था निम्नलिखित में से किस देश से संबंधित है?
उत्तर: (a) कनाडा
24. भारत के संविधान निर्माताओं ने 'न्यायिक पुनरावलोकन' (Judicial Review) के विचार को ग्रहण किया है:
उत्तर: (d) अमेरिका से
25. राज्यसभा के सदस्यों का निर्वाचन किस देश की पद्धति से होता है?
उत्तर: (b) दक्षिण अफ्रीका
3. अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
प्रश्न 1: भारतीय संविधान का सबसे बड़ा स्रोत कौन सा है?
भारतीय संविधान पर सबसे गहरा प्रभाव 'भारत शासन अधिनियम, 1935' का है। संविधान के लगभग 250 अनुच्छेद या तो इस अधिनियम से सीधे लिए गए हैं या उनमें मामूली फेरबदल किया गया है। इसलिए इसे संविधान का सबसे बड़ा और प्रमुख स्रोत माना जाता है।
प्रश्न 2: क्या भारतीय संविधान को 'उधार का थैला' कहना सही है?
नहीं, भारतीय संविधान को 'उधार का थैला' कहना उचित नहीं है। डॉ. बी. आर. अंबेडकर ने स्वयं कहा था कि संविधान निर्माताओं ने दूसरे देशों के संविधानों से प्रावधानों की नकल नहीं की है, बल्कि उन्हें भारत की विशिष्ट आवश्यकताओं और परिस्थितियों के अनुसार संशोधित करके अपनाया है। यह एक गहन अध्ययन और विवेकपूर्ण चयन का परिणाम है।
प्रश्न 3: ब्रिटेन और अमेरिका के संविधान से लिए गए प्रावधानों में मुख्य अंतर क्या है?
मुख्य अंतर शासन प्रणाली का है। ब्रिटेन से हमने 'संसदीय प्रणाली' (Parliamentary System) ली है, जहाँ कार्यपालिका (सरकार) विधायिका (संसद) के प्रति उत्तरदायी होती है। वहीं, अमेरिका से हमने 'अध्यक्षात्मक प्रणाली' (Presidential System) के तत्व लिए हैं जैसे राष्ट्रपति का पद, शक्तियों का पृथक्करण और 'मौलिक अधिकार' व 'न्यायिक समीक्षा' जैसे महत्वपूर्ण सिद्धांत।
4. निष्कर्ष
भारतीय संविधान के स्रोतों का अध्ययन हमें यह सिखाता है कि हमारे संविधान निर्माता कितने दूरदर्शी थे। उन्होंने दुनिया भर के संविधानों की अच्छी बातों को ग्रहण किया, लेकिन उन्हें भारतीय मिट्टी के अनुकूल बनाया। यह दर्शाता है कि हमारा संविधान एक जीवंत और विकासशील दस्तावेज़ है, जो विभिन्न विचारों को आत्मसात करने की अद्भुत क्षमता रखता है। प्रतियोगी परीक्षाओं के दृष्टिकोण से यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण विषय है, और हमें उम्मीद है कि इस लेख ने आपके सभी संदेह दूर कर दिए होंगे।
यह लेख आपको कैसा लगा, हमें कमेंट करके ज़रूर बताएं! M S WORLD The WORLD of HOPE के साथ ज्ञान की इस यात्रा में बने रहने के लिए आपका धन्यवाद!
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