राज्यसभा: भारतीय संसद की संरचना, कार्य और महत्वपूर्ण तथ्य
राज्यसभा (Rajya Sabha) - परिचय
राज्यसभा, भारतीय संसद का उच्च सदन है जिसे 'Upper House' भी कहा जाता है। भारतीय लोकतंत्र में राज्यसभा की एक महत्वपूर्ण भूमिका है, जो राज्यों के प्रतिनिधित्व को सुनिश्चित करती है। यह संविधान के अनुच्छेद 79 के तहत स्थापित है और इसका मुख्य उद्देश्य संघीय संरचना को संतुलित करना है।
राज्यसभा की संरचना और विशेषताएँ
- कुल सदस्य: राज्यसभा में अधिकतम 250 सदस्य हो सकते हैं। वर्तमान में 245 सदस्य हैं।
- चयन प्रक्रिया: इनमें से 233 सदस्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से निर्वाचित होते हैं, जबकि 12 सदस्य राष्ट्रपति द्वारा नामित किए जाते हैं।
- कार्यकाल: राज्यसभा एक स्थायी सदन है, इसे भंग नहीं किया जा सकता। प्रत्येक दो वर्ष में इसके एक-तिहाई सदस्य सेवानिवृत्त होते हैं।
- अध्यक्ष: उपराष्ट्रपति भारत के राज्यसभा के पदेन (Ex-officio) अध्यक्ष होते हैं।
- महत्वपूर्ण विशेषताएँ:
- स्थायीत्व का प्रतीक
- राज्यों के हितों की रक्षा करना
- विशेष ज्ञान वाले सदस्यों का मनोनयन
- संवैधानिक संशोधन प्रक्रिया में सहभागिता
राज्यसभा के प्रमुख अधिकार और शक्तियाँ
- विधायी शक्तियाँ: राज्यसभा संसद के दोनों सदनों के साथ मिलकर कानून बनाने का कार्य करती है।
- संवैधानिक संशोधन: संविधान में संशोधन के लिए राज्यसभा की सहमति आवश्यक होती है।
- विशेष शक्तियाँ:
- राज्य सूची में केंद्र को कानून बनाने का अधिकार देना (अनुच्छेद 249 के तहत)।
- नई अखिल भारतीय सेवाएँ बनाने की संस्तुति करना।
- नियंत्रण शक्तियाँ: राज्यसभा सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों पर चर्चा कर सकती है और सुझाव दे सकती है।
- आपातकालीन शक्तियाँ: आपातकाल की स्थिति में राज्यसभा को विशेष अधिकार मिलते हैं।
उपराष्ट्रपति की भूमिका राज्यसभा में
भारतीय संविधान के अनुसार, भारत के उपराष्ट्रपति (Vice President of India) को राज्यसभा का पदेन सभापति (Ex-Officio Chairman) बनाया गया है। इसका अर्थ है कि उपराष्ट्रपति स्वतः ही राज्यसभा के सभापति के पद पर आसीन होते हैं।
उपराष्ट्रपति की प्रमुख भूमिकाएँ:
- राज्यसभा की कार्यवाही को संचालित करना।
- राज्यसभा के भीतर अनुशासन और व्यवस्था बनाए रखना।
- सदस्यों को बोलने की अनुमति देना या रोकना।
- राज्यसभा के भीतर नियमों और प्रक्रियाओं की निगरानी करना।
- किसी भी गतिरोध की स्थिति में निर्णय लेना।
- संसदीय समितियों के गठन में मार्गदर्शन देना।
हालाँकि, एक महत्वपूर्ण तथ्य यह भी है कि उपराष्ट्रपति को राज्यसभा में मतदान का अधिकार नहीं होता, जब तक कि वोट बराबरी पर न आ जाए (Tie Situation)। इस स्थिति में उपराष्ट्रपति निर्णायक वोट (Casting Vote) देते हैं।
महत्वपूर्ण तथ्य:
- उपराष्ट्रपति का कार्यकाल 5 वर्षों का होता है।
- राज्यसभा का सभापति होने के कारण उनकी भूमिका राज्यसभा के सुचारू संचालन में अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है।
निष्कर्ष: उपराष्ट्रपति का पद न केवल भारत के संवैधानिक पदों में एक उच्च स्थान रखता है, बल्कि राज्यसभा के कार्य में निष्पक्षता और मर्यादा बनाए रखने में भी बेहद महत्वपूर्ण योगदान देता है।
राज्यसभा बनाम लोकसभा – मुख्य अंतर
बिंदु | राज्यसभा | लोकसभा |
---|---|---|
स्थापना | 1952 | 1952 |
कुल सदस्य | 245 सदस्य (233 निर्वाचित + 12 मनोनीत) | 543 निर्वाचित सदस्य |
कार्यकाल | स्थायी सदन (हर 2 वर्ष में 1/3 सदस्य सेवानिवृत्त) | 5 वर्ष का कार्यकाल (भंग किया जा सकता है) |
सभापति | उपराष्ट्रपति | स्पीकर (अध्यक्ष) |
निर्वाचन प्रक्रिया | विधानसभाओं द्वारा अप्रत्यक्ष चुनाव | सीधे जनता द्वारा प्रत्यक्ष चुनाव |
वित्तीय विधेयक पर अधिकार | सीमित | पूर्ण अधिकार |
विलय/विभाजन के मामलों में भूमिका | सलाहकार भूमिका | निर्णायक भूमिका |
लोकप्रियता | कम | अधिक |
विघटन | नहीं | हाँ (राष्ट्रपति द्वारा) |
महत्व | राज्यों के प्रतिनिधित्व के लिए | जनता के प्रतिनिधित्व के लिए |
निष्कर्ष: राज्यसभा और लोकसभा दोनों ही भारतीय संसद के आवश्यक स्तंभ हैं, जो मिलकर देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को सुदृढ़ करते हैं। एक का कार्य राज्यों की आवाज़ को उठाना है तो दूसरे का जनता की सीधी आवाज़ बनना। दोनों सदनों का संतुलन भारतीय लोकतंत्र की मजबूती का आधार है।
राज्यसभा पर आधारित MCQs
-
राज्यसभा की स्थापना कब हुई थी?
a) 1950 b) 1951 c) 1952 d) 1953
उत्तर: c) 1952 -
राज्यसभा को क्या कहा जाता है?
a) स्थायी सदन b) जनता का सदन c) सर्वोच्च सदन d) अधीनस्थ सदन
उत्तर: a) स्थायी सदन -
राज्यसभा के कुल अधिकतम सदस्य कितने हो सकते हैं?
a) 250 b) 245 c) 238 d) 252
उत्तर: a) 250 -
राज्यसभा के मनोनीत सदस्यों की संख्या कितनी होती है?
a) 10 b) 12 c) 15 d) 20
उत्तर: b) 12 -
राज्यसभा के सदस्य का कार्यकाल कितने वर्षों का होता है?
a) 5 वर्ष b) 6 वर्ष c) 4 वर्ष d) 7 वर्ष
उत्तर: b) 6 वर्ष -
हर कितने वर्षों में राज्यसभा के एक तिहाई सदस्य सेवानिवृत्त होते हैं?
a) हर वर्ष b) हर 2 वर्ष c) हर 3 वर्ष d) हर 5 वर्ष
उत्तर: b) हर 2 वर्ष -
राज्यसभा का सभापति कौन होता है?
a) राष्ट्रपति b) प्रधानमंत्री c) लोकसभा अध्यक्ष d) उपराष्ट्रपति
उत्तर: d) उपराष्ट्रपति -
राज्यसभा में वित्तीय विधेयकों पर क्या अधिकार है?
a) पूर्ण अधिकार b) कोई अधिकार नहीं c) सीमित अधिकार d) विलंब कराने का अधिकार
उत्तर: c) सीमित अधिकार -
राज्यसभा के सदस्यों का चुनाव कौन करता है?
a) जनता b) राज्य विधानसभा c) राष्ट्रपति d) लोकसभा
उत्तर: b) राज्य विधानसभा -
राज्यसभा में पहला सत्र कब आयोजित हुआ था?
a) 1950 b) 1951 c) 1952 d) 1954
उत्तर: c) 1952 -
राज्यसभा के पहले सभापति कौन थे?
a) डॉ. राधाकृष्णन b) जवाहरलाल नेहरू c) डॉ. राजेन्द्र प्रसाद d) जाकिर हुसैन
उत्तर: a) डॉ. राधाकृष्णन -
राज्यसभा में न्यूनतम उम्र सीमा क्या है?
a) 21 वर्ष b) 25 वर्ष c) 30 वर्ष d) 35 वर्ष
उत्तर: c) 30 वर्ष -
राज्यसभा की अधिकतम सीटें किस राज्य को दी गई हैं?
a) उत्तर प्रदेश b) महाराष्ट्र c) बिहार d) तमिलनाडु
उत्तर: a) उत्तर प्रदेश -
राज्यसभा में एक सदस्य अधिकतम कितनी बार चुना जा सकता है?
a) एक बार b) दो बार c) तीन बार d) कोई सीमा नहीं
उत्तर: d) कोई सीमा नहीं -
राज्यसभा में कितने सदस्य राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत किए जाते हैं?
a) 2 b) 5 c) 10 d) 12
उत्तर: d) 12 -
राज्यसभा के सदस्यों की न्यूनतम संख्या क्या है?
a) 200 b) 220 c) 233 d) 238
उत्तर: c) 233 -
राज्यसभा का सचिवालय किसके अधीन होता है?
a) राष्ट्रपति b) प्रधानमंत्री कार्यालय c) राज्यसभा सभापति d) लोकसभा सचिवालय
उत्तर: c) राज्यसभा सभापति -
राज्यसभा के अध्यक्ष को क्या कहा जाता है?
a) प्रधान b) सभापति c) चेयरमैन d) अध्यक्ष
उत्तर: b) सभापति -
राज्यसभा में प्रश्नकाल होता है या नहीं?
a) नहीं b) हाँ c) केवल विशेष सत्रों में d) राष्ट्रपति की अनुमति से
उत्तर: b) हाँ -
राज्यसभा को भंग किया जा सकता है या नहीं?
a) हाँ b) नहीं c) विशेष परिस्थितियों में d) आपातकाल में
उत्तर: b) नहीं
राज्यसभा से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
Q1. राज्यसभा को स्थायी सदन क्यों कहा जाता है?
राज्यसभा को स्थायी सदन इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसे कभी भंग नहीं किया जाता, बल्कि इसके एक-तिहाई सदस्य हर दो साल में सेवानिवृत्त होते हैं।
Q2. राज्यसभा के सदस्य कितने वर्षों के लिए चुने जाते हैं?
राज्यसभा के सदस्य छह वर्षों के लिए चुने जाते हैं।
Q3. राज्यसभा में कुल कितने सदस्य होते हैं?
राज्यसभा में अधिकतम 250 सदस्य हो सकते हैं, जिनमें से 238 सदस्य राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से चुने जाते हैं और 12 सदस्य राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत किए जाते हैं।
Q4. राज्यसभा का अध्यक्ष कौन होता है?
राज्यसभा का अध्यक्ष भारत का उपराष्ट्रपति होता है।
Q5. राज्यसभा के प्रथम सभापति कौन थे?
राज्यसभा के प्रथम सभापति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन थे।
Q6. राज्यसभा की न्यूनतम आयु सीमा क्या है?
राज्यसभा का सदस्य बनने के लिए न्यूनतम आयु सीमा 30 वर्ष है।
Q7. राज्यसभा का पहला सत्र कब हुआ था?
राज्यसभा का पहला सत्र 13 मई 1952 को आयोजित किया गया था।
Q8. क्या राज्यसभा में धन विधेयक पास किया जा सकता है?
धन विधेयक के मामले में राज्यसभा की भूमिका सीमित होती है; वह केवल सुझाव दे सकती है लेकिन लोकसभा उन सुझावों को मानने के लिए बाध्य नहीं है।
Q9. राज्यसभा के सदस्य कैसे चुने जाते हैं?
राज्यसभा के सदस्य राज्य विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्यों द्वारा आनुपातिक प्रतिनिधित्व के एकल संक्रमणीय मत पद्धति से चुने जाते हैं।
Q10. क्या राज्यसभा को भंग किया जा सकता है?
नहीं, राज्यसभा एक स्थायी सदन है और इसे भंग नहीं किया जा सकता।
निष्कर्ष
राज्यसभा भारतीय संसद का एक महत्वपूर्ण एवं स्थायी अंग है, जो देश के संघीय ढांचे को मजबूती प्रदान करता है। राज्यसभा न केवल राज्यों की आवाज बनती है, बल्कि देशहित से जुड़े महत्वपूर्ण विधायी कार्यों में भी अपनी अहम भूमिका निभाती है। इसकी निरंतरता, विविधता और गरिमा भारतीय लोकतंत्र की मजबूती का प्रतीक है। हमें राज्यसभा के कार्यों और उसकी भूमिका के प्रति जागरूक रहना चाहिए, ताकि हम एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में अपने लोकतंत्र को और अधिक सशक्त बना सकें।
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